श्री वरुण गुरु जी ने अपने गुरु परम्पूजया
श्री समय गुरु जी से तालीम ली..
और अपने गुरु द्वारा पाये इस अमुल्या ज्ञान को
जगत भले के लिए बाटा और अपने जीवन के बिते अमुल्य 10 साल बाबा बावारियो की सेवा मे
लगाया है और माहाराज का मानना है की अपना बचा हुआ जीवन भी जगत भले और बाबा बावारियो की से मे
लगाऊ
माहाराज नेक नीती के पक्के है और असुलो वाले
है..
इनका मानना है की कोई इनके दर से दुखी आये
लेकिन दुखी जाये ना..
इन जैसा गुरु पाना इस जगत मे बेहद ही मुशकिल है..
इसिलिये कह देते है की..
🕉 श्री वरुण गुरु जी 🕉
का तो बस
(नाम ही काफी है)
जय वरुण गुरु जी की..